मैं खुद अपना तज़ुर्बाबता रहा हूँ - विजय बिन्दास राजा on June 22, 2021 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps मैं खुद अपना तज़ुर्बाबता रहा हूँदोस्त दर्द ,ग़म और डर जो भी हैबस तेरे अंदर है, खुद के बनाएपिंजरे से एक बार निकल कर देख तू भी एक सिकंदर है ।। 😎VijayBindaasRaja Shayari Comments
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